'मुझे कभी भी गोली मार देंगे आंतकी', मरने से पहले इजरायली महिला ने परिवार को भेजा था आखिरी मैसेज
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'मुझे कभी भी गोली मार देंगे आंतकी', मरने से पहले इजरायली महिला ने परिवार को भेजा था आखिरी मैसेज

Hamas Israel Attack: नामा बोन 77 वीं बटालियन की सैनिक थीं. शनिवार को इजरायल में हमास के हमले के वक्त वह ड्यूटी पर थी. इस दौरान वह हमास के लड़ाकों के गोली की शिकार हो गईं.


Israel Hamas War: इजरायली डिफेंस फोर्स के आंकड़ो के मुताबिक हमास की ओर से किए गए हमले में कम से कम 1300 इजरायली नागरिकों की मौत हुई है, जिसमें 220 से ज्यादा इजरायली सैनिक थे. नामा बोनी 77 वीं बटालियन की सैनिक थीं. शनिवार को हमास के हमले के वक्त वह ड्यूटी पर थी. इस दौरान वह हमास के लड़ाकों के गोली की शिकार हो गईं. जैसे तैसे उन्होंने छुपने के लिए एक जगह तलाशी और अपने घर मैसेज भेजा.

इजरायली समाचार वाई नेट के मुताबिक, उन्होंने अपने परिवार को मैसेज किया जिसमें लिखा था, "मुझे आप सब की बहुत चिंता है. मेरे सर पर जख्म हैं और हो सकता है आतंकी मुझपर गोलियां बरसाने लगें." उन्होंने मैसेज में बताया कि उनके साथ एक सैनिक है मगर कोई बचाव दल उन्हें बचाने नहीं आ सका है. उन्होंने एक और मैसेज में लिखा, "यहां पर कुछ आतंकवादी आ धमके हैं, वो यहां से नहीं जाने वाले हैं. मैं किसी को चीखते हुए सुन रही हूं और मुझे लगता है शायद यहां किसी को जान से मारा जा रहा है."




'आकंड़ों में दर्ज हो गई बेटी'


वाई नेट ने नामा बोनी की एक रिश्तेदार इलूक से बात की. उन्होंने बताया कि जब हमला हुआ तब नामा बोन मिलिट्री स्टेशन के गेट पर ही तैनात थी. इलूक ने कहा, "करीब सुबह साढ़े बजे तक वह हमें मैसेज भेज रही थी, लेकिन उसके बाद उसने कोई मैसेज नहीं भेजा. नामा बोनी के परिवार के लोग जब उस जगह पहुंचे तब उन्हें पता चला कि नामा को अस्पताल में भर्ती किया गया. हालांकि किसी ने उनके परिवार को उनकी स्थिति के बारे में नहीं बताया."



इलूक ने कहा, "हम यह विश्वास करना चाहते थे कि वह अभी भी जिंदा है, लेकिन जब नोटिफिकेशन ऑफिसर नामा के माता-पिता के पास आया, तब हम समझ गए कि नामा अब आंकडो में दर्ज हो चुकी है."


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